धन उतà¥à¤¤à¤® करà¥à¤®à¥‹à¤‚ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होता है, पà¥à¤°à¤—लà¥à¤à¤¤à¤¾ (साहस, योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ व दृढ़ निशà¥à¤šà¤¯) से बढ़ता है, चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से फलता फूलता है और संयम से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ होता है।
- विदà¥à¤°